रांची
सोशल मीडिया पर एक डीसी द्वारा आधी रात को लिखी एक चिट्ठी खूब वायरल हो रही है। यह चिट्ठी एसी कमरे में बैठकर नहीं, बल्कि जिला मुख्यालय से करीब सौ किलोमीटर दूर, देर रात ग्रामीणों के साथ चौपाल में बैठने के बाद आधी रात को लिखी गई है। इस चिट्ठी में एक आईएएस अधिकारी के काम करने की ललक की धमक दिख रही है। इस चिट्ठी में सरकार के प्रयासों को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का संकल्प दिख रहा है। इस चिट्ठी के शब्दों और स्याही में बेहतर कल, उम्मीद और उत्कर्ष दिख रहा है।
दरअसल, यह चिट्ठी लिखी गई है लुगु बाबा के आँगन से... और चिट्ठी लिखी है बोकारो के नवपदस्थापित डीसी अजय नाथ झा ने। मेरी तरह आपके भी ज़ेहन में यह सवाल दौड़ रहा होगा कि आखिर आधी रात को गाँव में ग्रामीणों के साथ संवाद करने के बाद डीसी ने चिट्ठी में क्या लिखा है।
दरअसल, बोकारो के इतिहास में पहली बार किसी उपायुक्त ने आधी रात को अपने चैंबर से निकलकर गाँव में ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाई। अजय नाथ झा ने चौपाल के लिए जगह चुनी ललपनिया पंचायत स्थित तिलैया गाँव। चौपाल में काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और सीधे डीसी के सामने अपनी समस्याएँ रखीं। डीसी अजय नाथ झा ने साफ कहा कि हम एसी कमरे में बैठकर काम करने वाले डीसी नहीं हैं, इसलिए आपके बीच आए हैं। आज हम आए हैं, आगे और अधिकारी आएंगे और सीधे आपसे संवाद करेंगे, ताकि सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ आपको आसानी से मिल सके।
यहीं से उपायुक्त अजय नाथ झा ने चिट्ठी में लिखा —
“लुगु बाबा के आँगन से...
इस आँगन से अपनी स्याही के उत्कर्ष की कामना करता हूँ।
आज 14 जून 2025 की रात मैं लुगु बाबा के आँगन में हूँ। लुगुबुरू संताल आदिवासी समुदाय का सबसे पवित्र सांस्कृतिक स्थल है। आज ललपनिया पंचायत के तिलैया गाँव में रात्रि चौपाल किया। उससे पहले लुगु बाबा की पूजा-अर्चना की और अब इस आधी रात में लुगु बाबा के आँगन में रात्रि प्रवास कर रहा हूँ। आज यहाँ ठहरकर इस पवित्र भूमि के चारों ओर विद्यमान सांस्कृतिक सांत्यत्य का अनुभव कर रहा हूँ।
आज रात्रि चौपाल में ग्रामीणों के चेहरे पर उम्मीद और भरोसे की चमक ने मुझे मेरे लक्ष्य के प्रति और दृढ़ कर दिया है। सरकार के प्रयासों को दृढ़ता से पूरा करना — साकार करना ही हमारा ध्येय होना चाहिए।
इस आँगन से अपनी स्याही के उत्कर्ष की कामना करता हूँ।
– अजय नाथ झा, भा.प्र.से., उपायुक्त, बोकारो”
आपको बता दें कि लुगु बुरू, बोकारो जिले के पास स्थित एक पहाड़ी है, जो संथाल समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। इसे संथाल समाज का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्थल माना जाता है। यह घंटाबाड़ी के नाम से भी जाना जाता है, और यहाँ लुगु बाबा की पूजा की जाती है। हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहाँ एक बड़ा मेला लगता है, जिसमें देश-विदेश से संथाल समुदाय के लोग शामिल होते हैं।
ग्रामीणों के साथ संवाद के दौरान उपायुक्त ने बताया कि पूरा प्रशासन आपके सहयोग के लिए है। आपकी समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए पूरी व्यवस्था है। इसी क्रम में मैं स्वयं प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को जनता दरबार आयोजित करता हूँ एवं सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) एवं अंचलाधिकारी (सीओ) भी प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को जनता दरबार आयोजित करते हैं।
उपायुक्त अजय नाथ झा ने बाबा लुगु के मंदिर में पूजा-अर्चना की और जिला व राज्य की सुख-समृद्धि की कामना की।
साथ ही, श्यामली स्थित गेस्ट हाउस में लुगुबुरू घंटाबाड़ी धोरोमगाढ़ पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष बबली सोरेन समेत अन्य सदस्यों के साथ बैठक की। उनकी बातों को सुना, पूजा के आयोजन में आ रही समस्याओं पर चर्चा की और प्रशासनिक पदाधिकारियों की देख-रेख में पूजा के लिए एक आयोजन समिति गठित करने की बात कही। इस पर समिति के सभी सदस्यों ने सहमति जताई।
उपायुक्त ने लुगुबुरू में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। निर्माणाधीन स्टेज, पार्किंग, चिल्ड्रन पार्क आदि का निरीक्षण किया। भवन निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता को प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखते हुए निर्माण कार्य में गति लाने का निर्देश दिया। अक्टूबर माह तक लंबित कार्यों को पूरा करने को कहा। वहीं, पत्थर में बनी ओखली की पौराणिक धरोहर को संरक्षित करने का निर्देश दिया।